Uttarkashi सुरंग से मजदूरों के एका एक बाहर आते ही भावनाओं का सैलाब खुशी मे बदला!

 





OMG 😳 आंखे नम, हाथों मे माला, आतिशबाजी... 
सुरंग से मजदूरों के एका एक बाहर आते ही 
भावनाओं का सैलाब खुशी मे बदला!


देश ने आज फिर मानो दिवाली मनाई है। पिछले 17 दिनों से सुरंग में फंसी 41 जानों 

को ज़िनके लिये हम हर रोज़ प्राथना कर रहे थे उंहे आज़ हमारे  

जांबाज बचावकर्मियों ने सुरक्षित निकाल लिया है। सिलक्‍यारा

 सुरंग में फंसे सभि मजदूरों के रेस्‍क्‍यू ऑपेरशन पर पूरे देश और PM 

 की नजर टिकी हुई थी। हर कोई ऑपरेशन की सलफता की भगवान से कामना कर रहा था।


 7:05बजे। देश को बड़ी खुशखबरी मिली। यह सिलक्‍यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के बचाव ऑपरेशन से जुड़ी थी।

 बताया गया रेस्‍क्‍यू पाइप मलबे के आर-पार हो गई है। यानी श्रमिकों को निकालने का रास्‍ता साफ बना लिया गया है।
 कुछ ही देर में बचाव कार्य में जुटी टीमें रेस्‍क्‍यू पाइप में उतर गईं। बचावकर्मी  एक-एक कर सभी मजदूरों को निकालने मे
 जुटने लगे। इस तरह 17 दिनों का पुरे देश का इंतजार खत्‍म हुआ। 41 जानों को बचाने के इस रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन से पूरा देश
 जुड़ा हुआ था खासकर PMO। मजदूरों के बाहर निकलते ही सुरंग के बाहर भावनाओं का सैलाब खुशी के आंशु के रूप
 उमड़ पड़ा। इंतजार में खड़े लोगों की आंख से आंसू निकल आए। 'भारत माता की जय' और 'जय श्रीराम' के नारे गूंजने लगे
 तथा षंक और घंटीयो कि आवाज़े चारों ओर थी। इन मजदूरों के इंतजार में जो दीवाली सूनी रह गई थी उसकी पूरी कसर 
 पुरी  होगई। जोरदार आतिशबाजी हुई। तालियों की गड़गड़ाहट से समां गूंज गया। इस रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन पर दो हफ्तों से ज्‍यादा समय से पूरा देश टकटकी लगाए बैठा था।


फौरन CM धामी ने दी सभी को कामयाबी की खुशखबरी
Rescue Operation one


यह ऑपरेशन काफी मुश्‍किल था। इस दौरान कई problem आईं पर हम लोगों ने धैर्य बनाए रखा। आज सुबह से सुरंग के बाहर गहमागहमी थी। सफलता का यकीन था। लेकिन, जश्‍न मनाने की जल्‍दबाजी नहीं थी। पहले मजदूरों के थिकठाक निकल आने का इंतजार था। सिलक्यारा सुरंग से मजदूरों को निकालने की कोशिश में 7 बजकर 5 मिनट पर 'ब्रेक थ्रू' मिल गया। मतलब रेस्‍क्‍यू पाइप मलबे के आर-पार हो गई। मौके पर मौजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इसकी पुष्टि करने में समय नहीं लगा। उन्‍होंने फौरन लोगों तथा मोदी ज़ी को यह खुशखबरी दी। चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था। इसमें 41 श्रमिक फंस गए थे। तब से यह रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन लगातार सुर्खियों में था।




"उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।"


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी





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